भगवद् ज्ञान - आचार्य श्री श्यामल किशोर जी महाराज

मंगलवार, 17 जनवरी 2017

भगवद् ज्ञान

न मे विदु: सुरगणा: प्रभवं न महर्षय: ।
अहमादिर्हि देवानां महर्षीणां च सर्वश:।।
भगवान् श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा कि हे परन्तप अर्थात् शत्रुओं को पीड़ित करने वाले अर्जुन!
-मेरी उत्पत्ति को अर्थात् लीला से प्रकट होने को न देवता लोग जानते हैं और न महर्षिजन ही जानते हैं, क्योंकि मैं सब प्रकार से देवताओं का और महर्षियों का भी आदि कारण हूँ
श्रीमद्भगवद्गीता