शमशाद बेगम (अप्रैल १४, १९१९ – अप्रैल २३, २०१३]) एक भारतीय गायिका थीं, जो हिन्दी सिनेमा उद्योग में आरंभिक पार्श्वगायिका के रूप में आयी थीं। शमशाद बेगम एक बहुमुखी कलाकारा थीं, जिन्होंने हिन्दी के अलावा बंगाली, मराठी, गुजराती, तमिल एवं पंजाबी भाषाओं में लगभग ६००० से अधिक गाने गाये थे।
इन्हें सन २००९ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र राज्य से हैं।
अपनी अनोखी आवाज के जरिये शमशाद बेगम ने कई गीत गाएं जिसमें ज्यादातर हिट हुए। आज भी उनके प्रशंसक हर जगह मौजूद हैं और वे शमशाद बेगम के गाए हिट गीत चाव से सुनते हैं। पेश है यहां शमशाद बेगम के कुछ हिट गीत..
अपनी अनोखी आवाज के जरिये शमशाद बेगम ने कई गीत गाएं जिसमें ज्यादातर हिट हुए। आज भी उनके प्रशंसक हर जगह मौजूद हैं और वे शमशाद बेगम के गाए हिट गीत चाव से सुनते हैं। पेश है यहां शमशाद बेगम के कुछ हिट गीत..
लेके पहला-पहला प्यार (सीआईडी)
कजरा मोहब्बत वाला (किस्मत)
तेरी महफिल में (मुगल-ए-आजम)
रेशमी सलवार कुर्ता (नया दौर)
कभी आर कभी पार (आर पार)
बूझ मेरा क्या नाम रे (सीआईडी)
कही पे निगाहें कही पे...
होली आई रे कन्हाई (मदर इंडिया)
मेरे पिया गए रंगून (पतंगा)
उड़न खटोले पे उड़ जाओ (अनमोल घड़ी)
दुख भरे दिन बीते रे भइया (मदर इंडिया)
ओ गाड़ी वाले गाड़ी (मदर इंडिया)
मिलते ही आंखे दिल हुआ (बाबुल)...