वोट पर चोट! चुनिये ईमानदार नेता अपना जीजा नहीं - आचार्य श्री श्यामल किशोर जी महाराज

बुधवार, 1 फ़रवरी 2017

वोट पर चोट! चुनिये ईमानदार नेता अपना जीजा नहीं

जब हमारे बच्चे बीमार होते हैं, तो हम अपनी जाति के डॉक्टर नहीं देखते है !

जब भूख लगती है, तो अपनी जाति का होटल नहीं ढूंढने जाते हैं !

जब व्यापार करना हो, तब सिर्फ अपनी जाति वालों से लेनदेन नहीं करते !

जब ट्रेन बस टैक्सी में बैठते है, तो ड्राइवर की जात पूछते हो क्या!

जब अपने बच्चों को स्कूल भेजते है, तब अपनी जाति का मास्टर नहीं देखते है !

जब बैंक से लोन लेना हो, तब अपनी जाति का बैंक नहीं देखते है ।

जाति जिंदगी सुचारू रूप से जीने में मायने नहीं रखति तो वोट देते समय ही क्यों?

क्या भगवान के पास भी जाती देखकर जाते है?
फिर वोट के समय हीं क्यों?

*दोस्तों सोच समझ कर मतदान करे... मिलकर एकता और ताकत दिखाए... जातिवाद को दिल से मिटाये...*